भारत सरकार द्वारा शुरू की गई प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) — जिसे संक्षेप में PMAY-G कहा जाता है — देश के ग्रामीण इलाकों में रहने वाले लोगों के लिए एक बहुत बड़ी राहत साबित हुई है। इस योजना का उद्देश्य हर जरूरतमंद परिवार को पक्का मकान उपलब्ध कराना है, ताकि कोई भी व्यक्ति खुले आसमान के नीचे रहने को मजबूर न रहे।
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डाउनलोड 15 सेकंड में उपलब्ध होगा
🌾 क्या है प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण)?
प्रधानमंत्री आवास योजना – ग्रामीण (Pradhan Mantri Awas Yojana Gramin) 2016 में शुरू की गई थी। इस योजना के तहत केंद्र सरकार ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले गरीब, बेघर या कच्चे मकानों में रहने वाले परिवारों को वित्तीय सहायता प्रदान करती है, जिससे वे अपना खुद का पक्का घर बना सकें।
💰 योजना के तहत मिलने वाली सहायता
इस योजना के तहत लाभार्थियों को:
- 1.20 लाख रुपये (मैदानी क्षेत्रों में)
- 1.30 लाख रुपये (पहाड़ी, नक्सल प्रभावित या कठिन क्षेत्रों में)
की आर्थिक सहायता दी जाती है।
इसके अलावा, मनरेगा के तहत 90–95 दिन का मजदूरी कार्य और स्वच्छ भारत मिशन के तहत शौचालय निर्माण के लिए अतिरिक्त सहायता भी दी जाती है।
📋 आवास योजना लिस्ट ग्रामीण 2025 कैसे देखें
अगर आपने आवेदन किया है और यह जानना चाहते हैं कि आपका नाम लिस्ट में है या नहीं, तो आप इसे ऑनलाइन बहुत आसानी से देख सकते हैं।
लिस्ट देखने की प्रक्रिया इस प्रकार है:
- https://pmayg.nic.in/ वेबसाइट पर जाएं।
- “Stakeholders” टैब पर क्लिक करें।
- अब “IAY/PMAYG Beneficiary” ऑप्शन चुनें।
- अपना रजिस्ट्रेशन नंबर डालें।
- अगर आपके पास रजिस्ट्रेशन नंबर नहीं है, तो “Advance Search” पर क्लिक करें।
- वहां अपना राज्य, ज़िला, ब्लॉक, पंचायत और नाम डालकर सर्च करें।
अगर आपका नाम लिस्ट में है, तो आपकी योजना की स्थिति (Status) और मंजूर की गई राशि की पूरी जानकारी स्क्रीन पर दिखाई देगी।
🧾 कौन-कौन ले सकता है इस योजना का लाभ
इस योजना का लाभ उन्हीं परिवारों को दिया जाता है जो:
- गरीबी रेखा के नीचे (BPL) जीवन यापन करते हैं,
- जिनके पास पक्का घर नहीं है,
- और जिन्होंने किसी अन्य सरकारी आवास योजना का लाभ पहले नहीं लिया है।
लाभार्थियों का चयन SECC (Socio Economic Caste Census) 2011 के डेटा के आधार पर किया जाता है।
🌟 आवास योजना के फायदे
- हर गरीब परिवार को अपना खुद का घर मिलता है।
- ग्रामीण इलाकों में जीवन स्तर में सुधार होता है।
- रोजगार के अवसर (जैसे मजदूरी कार्य) बढ़ते हैं।
- गाँवों में स्वच्छता और सामाजिक विकास को बढ़ावा मिलता है।